दर्द

प्यार में गिरने से पहले, कौन है सोचता,
के दिल के टुकड़े हो भी सकते हैं।
जब ज़िन्दगी में आते हैं वो,
तब कौन जानता है, कि वो जा भी सकते हैं।

जब उन्हें ये पता ही होता है,
के इस नाज़ुक रिश्ते को वो न निभाएंगी,
दुनिया के सामने कबूल करने से पहले,
वो डरकर भाग ही जाएंगी।

प्यार में धोका देकर,
किसी की ज़िंदगी को न ऐसा मोड़ दें,
आलम ये हो जाए कि आशिक़,
ज़िन्दगी का साथ ही छोड़ दे।

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